वो पालते हैं पेट सबके, खुद आधा पेट भर के, मुनाफाखोरी के आगे, हाथ -पैर जोड़ते हैं। वो पालते हैं पेट सबके, खुद आधा पेट भर के, मुनाफाखोरी के आगे, हाथ -पै...
खलिहानों में उपज है आई, अन्न दाता घर खुशियां छाई।। खलिहानों में उपज है आई, अन्न दाता घर खुशियां छाई।।
क्या अमीर की ही जेब को, पहचानते हो तुम पसीने से नहीं, अन्न खून दे के है उपजता क्या अमीर की ही जेब को, पहचानते हो तुम पसीने से नहीं, अन्न खून दे के है उपजत...
झट से आशीष दे देना, हर हाल में मेरे साथ रहना। झट से आशीष दे देना, हर हाल में मेरे साथ रहना।
न रहने का ठिकाना है नित कमाना खाना है न रहने का ठिकाना है नित कमाना खाना है